हेलो, दोस्तों क्या आप भी स्पीकर क्या है जानना चाहते है तो आप बिलकुल सही जगह पर है क्योकि, आज इस पोस्ट में हम स्पीकर की जानकारी जानेंगे. आपने भी बहुत बार स्पीकर क्या है के बारे में अपने दोस्तों को बात करते सुना होगा लेकिन आपको समझ नहीं आया की वो किस बारे में बात कर रहे है तो इसका मतलब आपको स्पीकर की जानकारी नहीं है. दोस्तों अगर आप आज के टेक्नोलॉजी के साथ चलना चाहते है तो मेरे हिसाब से आपको स्पीकर की जानकारी होनी चाहिए. अगर आप स्पीकर क्या है जानना चाहते है तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत मजेदार होने वाली है तो अब बिना समय बर्बाद किये चलिए पोस्ट पढ़ते है.
आजकल हर जगह लाउडस्पीकर देखने को मिल जाएँगे, चाहे शादी हो या कोई सा भी प्रोग्राम हो लाउडस्पीकर का प्रयोग ज़रुर किया जाता है। चाहे हमें डीजे बजाना हो या म्यूजिक सुनना हो हम स्पीकर के इस्तेमाल से इसे और बेहतर बनाते है। फिर चाहे कंप्यूटर हो या मोबाइल यह एक म्यूजिक सिस्टम है।
आप भी शादियों में या किसी फंक्शन में स्पीकर का इस्तेमाल तो करते ही होंगे। और आज हर कोई स्पीकर के बारे में जानता है और इसका प्रयोग करता है यह हमारे साउंड सिस्टम को और शानदार बनाते है। आपने स्पीकर का उपयोग तो किया है लेकिन स्पीकर के बारे आप शायद ही पूरी तरह से जानते होंगे और आज स्पीकर की यहीं जानकारी आपको जानने को मिलेगी।
तो दोस्तों जानते है अब स्पीकर क्या है यदि आप भी इसकी जानकारी पूरी तरह से प्राप्त करना चाहते है और जानना चाहते है की कंप्यूटर में स्पीकर कैसे काम करता है तो यह पोस्ट शुरू से अंत तक ज़रुर पढ़े। तभी आपको स्पीकर की जानकारी पूरी तरह से प्राप्त होगी।
स्पीकर क्या है
इसके इस्तेमाल से हम किसी प्रकार की ध्वनि सुनते है। स्पीकर ध्वनि के रूप में आउटपुट की सॉफ्ट कॉपी प्रस्तुत करता है। यह एक आउटपुट और हार्डवेयर डिवाइस है। जिसमें कंप्यूटर से साउंड जनरेट होता है।
साउंड कार्ड कंप्यूटर का एक कॉम्पोनेन्ट होता है यह कॉम्पोनेन्ट कंप्यूटर स्पीकर से जो Sound Produce होता है उसे जनरेट करता है। इन्हें कंप्यूटर के साथ जोड़कर आप कंप्यूटर की ऑडियो साउंड सुन सकते है।
कंप्यूटर से जुड़े सीडी/डीवीडी में जो ऑडियो सेव होती है वह उनसे इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को लेता है और उन्हें ऑडियो में बदल देता है। स्पीकर किस तरह से काम करता है इसका पता तीन चीजों के आधार पर लगाया जाता है:
Frequency
यह स्पीकर की आवाज़ की रेंज को नापता है और उसे पहचानता है की आवाज़ की रेंज कम है या ज्यादा।
THD (Total Harmonic Distortion)
यह एम्पलीफायर द्वारा जो Signal दिया जाता है उसकी आवाज़ की प्रकृति को नापता है।
Watts
स्पीकर में कितनी क्षमता की Applification होती है यह इस बात का ध्यान रखता है।
स्पीकर कैसे काम करता है
स्पीकर का सबसे ज़रुरी काम होता है की वह इलेक्ट्रोमेग्नेटिक वेव को साउंड वेव में बदलता है। स्पीकर में आगे की तरफ एक गोल आकार का Cone होता है जो पेपर, प्लास्टिक या किसी हल्के मेटल का बना हुआ होता है। इसके पीछे एक Iron Coil लगी होती है। यह परमानेंट मैगनेट के बिल्कुल आगे होती है।
जब स्पीकर की Coil को एम्पलीफायर से जोड़ा जाता है और उसको पॉवर दी जाती है तो इलेक्ट्रोमेग्नेटिक फ़ील्ड जनरेट होता है। जिससे वह Coil को अपनी तरफ खींचता है। और उसे एम्पलीफायर के सिग्नल के अनुसार बार-बार छोड़ता है। जिससे Coil के वाइब्रेशन से साउंड जनरेट होती है।
स्पीकर के प्रयोग
स्पीकर का कंप्यूटर में क्या कार्य होता है यह आगे जानेंगे जानते है इसके कार्यों के बारे में:
- यह कंप्यूटर की ऑडियो साउंड को अच्छी Quality में हमारे सामने प्रस्तुत करने के कार्य करता है।
- इन स्पीकर के साथ आप अपने Mp3, Midi’s आईट्यून्स डाउनलोड कर सकते है।
- आप किसी भी मल्टीमीडिया को अपने कंप्यूटर में इसके प्रयोग से आसानी से सुन सकते है।
- यह आवाज़ को एक खास तरह से सुनने की तकनीक होती है। इसमें आप अपनी पसंद के गाने को प्ले कर सकते है। और इन स्पीकर को आप घर में कहीं पर भी रख सकते है।
कंप्यूटर स्पीकर के प्रकार
आपको बाजार में बहुत से तरह के स्पीकर मिल जाएँगे। लेकिन उनके इस्तेमाल के आधार पर Computer Speakers Ke Prakar को 4 भागों में बाँटा जाता है:
मल्टी चैनल स्पीकर
यह चैनल के आधार पर साउंड को निकालते है। जैसे 5.1 चैनल यह 5 स्पीकर पर काम करते है। और इनमें एक सब्वूफ़र होता है जो आवाज़ की गुणवत्ता को बढ़ाता है।
इनका मूल्य थोड़ा ज्यादा होता है, लेकिन इनकी आवाज़ की Quality आपको ऑडियो का एक बेहतरीन साउंड प्रदान करती है।
पीसी स्पीकर
यह स्पीकर सबसे ज्यादा कंप्यूटर पर इस्तेमाल होते है। साउंड के आधार पर अगर इन्हें देखा जाये तो यह स्पीकर बहुत ही साधारण और उपयोग करने में आसान होते है।
स्टैण्डर्ड स्पीकर
यह स्पीकर साधारण फ्रीक्वेंसी और चैनल के आधार पर काम करते है। जैसे 2.1 चैनल इनमें 2 स्पीकर का इस्तेमाल होता है।
इनमें किसी प्रकार का कोई सब्वूफ़र नहीं होता है। इन स्पीकर को ऑफ़िस में इस्तेमाल के लिए अच्छा माना जाता है। और इन स्पीकर की कीमत भी कम होती है।
यूएसबी स्पीकर
इन स्पीकर को वायरलेस स्पीकर भी कहा जाता है अगर आप इनका इस्तेमाल करना चाहते है तो आपको आपके कंप्यूटर में एक यूएसबी को जोड़ना होता है। यह एक निर्धारित रेंज के अंदर ही कार्य करते है। इनकी आवाज़ की Quality बहुत ही बढ़िया होती है।
Sub-woofer
Sub-woofer बहुत कम frequency की ध्वनि वाले स्पीकर होते है। इसकी सीमा (range) 20 से 200 Hz के बीच होती है। आजकल कुछ Desktop स्पीकर सिस्टम sub-woofer के साथ आते है। इसका उपयोग cars या home theater में होता है।
आपने क्या सीखा?
लेखक: कृष्ण कुमार
सैनी
इस Lesson में हमने आपको बताया स्पीकर क्या होता है? Computer स्पीकर के विभिन्न प्रकार और उनके नाम आदि की पूरी
जानकारी दी हैं. हमे उम्मीद है कि यह Lesson आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
No comments:
Post a Comment