हेलो, दोस्तों क्या आप भी रीड ऑनली मैमोरी क्या है जानना चाहते है तो आप बिलकुल सही जगह पर है क्योकि, आज इस पोस्ट में हम रीड ऑनली मैमोरी की जानकारी जानेंगे. आपने भी बहुत बार रीड ऑनली मैमोरी क्या है के बारे में अपने दोस्तों को बात करते सुना होगा लेकिन आपको समझ नहीं आया की वो किस बारे में बात कर रहे है तो इसका मतलब आपको रीड ऑनली मैमोरी की जानकारी नहीं है. दोस्तों अगर आप आज के टेक्नोलॉजी के साथ चलना चाहते है तो मेरे हिसाब से आपको रीड ऑनली मैमोरी की जानकारी होनी चाहिए. अगर आप रीड ऑनली मैमोरी क्या है जानना चाहते है तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत मजेदार होने वाली है तो अब बिना समय बर्बाद किये चलिए पोस्ट पढ़ते है.
रीड ऑनली मैमोरी यह कम्प्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इस्तेमाल करने का भंडारण madhyam
ROM तीन प्रकार की होती है-
1.PROM - Programmable Read Only Memory
2.EPROM - Erasable and Programmable Read Only Memory
1. PROM
PROM का पूरा नाम Programmable Read Only Memory होता हैं. इस Memory Chip में डाटा एक बार Write किया जाता हैं. जो हमेशा बरकरार रहता हैं.PROM में Data Write करने के लिए विशेष उपकरणॉं का इस्तेमाल किया जाता हैं. इन्हे PROM Programmer या PROM Burner भी कहा जाता हैं. और PROM में Data Write करने की प्रक्रिया को PROM Burning कहा जाता है.2. EPROM
इसका पूरा नाम Erasable Programmable Read Only Memory होता हैं. जैसा इसके नाम से स्पष्ट होता हैं. इस ROM में उपलब्ध डाटा को Erase यानि मिटाया भी जा सकता है. डाटा को मिटाने के लिए Ultra-Violet Light का इस्तेमाल किया जाता है.3. EEPROM
EEPROM का पूरा नाम Electrically Erasable Programmable Read Only Memory होता हैं. जिसका डाटा किसी Electrical Charge द्वारा मिटाया जा सकता हैं. यह अन्य ROMs से थोडी धीमी होती है.
ROM में फैक्ट्री में से ही डेटा write करके कस्टमर को बेचा जाता है।उसके बाद इसमें डेटा write नही होगा।
PROM में manufacturer न करके ये ऑप्शन यूजर को दिया जाता है वो पहेली बार मे डेटा को write कर सकता है उसके बाद वही डेटा हमेशा read होगा दुबारा write नही होगा।
EPROM में हम डेटा को high ultraviolet rays डाल कर डेटा को पूरा डिलीट कर सकते है पर इसमे हमारा पूरा डेटा डिलीट होगा । हम चाहे जितनी बार डेटा write कर सकते है बस हमे डेटा को डिलीट करने के लिए high UV rays में 5–20मिनट के लिए चिप को रखना होगा ।
EEPROM में डेटा को electrical charge से डिलीट किया जाता है । इसमे हम चुने हुए डेटा को भी डिलीट कर सकते है जोकि EPROM में हम नही कर पा रहे थे वहां पर पूरी चिप का डेटा डिलीट होता था ।
ROM में Computer Functionality से संबंधित निर्देश स्टोर किया जाते हैं. जिसमे कम्प्युटर को चालु करना भी शामिल हैं. इसे ‘Booting‘ कहा जाता हैं. कम्प्युटर के अलावा Washing Machines, Microwave Ovans एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी ROM द्वारा ही Programed किया जाता हैं.
ROM एक Non-Volatile Memory होती हैं. मतलब इसमे स्टोर डाटा हमेशा के लिए उपलब्ध रहता हैं. Power Off होने पर भी डाटा डिलिट नही होता हैं. यह भी कम्प्युटर की प्राथमिक मेमोरी ही होती हैं.
ROM की विशेषताएँ
- ROM एक स्थायी मेमोरी होती हैं.
- Basic Functionality के निर्देश स्टोर रहते हैं.
- केवल Readable होती हैं.
- RAM की तुलना में सस्ती होती हैं.
- सी पी यु मेमोरी का भाग होती है.
- आपने क्या सीखा?लेखक: कृष्ण कुमार सैनीइस Lesson में हमने आपको बताया रीड ऑनली मैमोरी क्या होती है? रीड ऑनली मैमोरी के विभिन्न प्रकार और उनके नाम आदि की पूरी जानकारी दी हैं. हमे उम्मीद है कि यह Lesson आपके लिए उपयोगी साबित होगा.
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